चाँद की सीख

चाँद तेरा प्रतिरात को नए रूप-रंग में आना.
मंद-मंद चाँदनी से जीवन का पाठ बताना.

सुख में इतना खुश न हो जाना.
तारों काअस्तित्व समझ न पाना.
अमा की रात भी तारों सजी ये कहना.
मंद-मंद चाँदनी से जीवन का पाठ बताना.

दुख में टूटकर कभी बिखर न जाना.
दूज का चांद सा तेरा अस्तित्व में आना.
धीरे-धीरे फिर से पूनम का चांद हो जाना.
मंद-मंद चाँदनी से जीवन का पाठ बताना.

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सुख के बाद दुःख और फिर से सुख की रैना.
चार दिन चंदा की चाँदनी फिर से अंधेरी रैना.
समय के चक्र को सरलता से कह जाना.
मंद-मंद चाँदनी से जीवन का पाठ बताना.

ए चाँद! साकामी बनाता है तेरा यूँ बढ़ना.
अहंकार से बचाता है तेरा ही तो घटना.
जीवन के नाप-तौल को बखूबी सीखाना.
मंद-मंद चाँदनी से जीवन का पाठ बताना.

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