पुरुष होना…

उसे समझदार कह कर
छीन लिया उस से
दुलार, खिलौने और बचपन.

फिर समझदार कहा
दूर हो गया उस से
जिद,बेबाकी और अल्हड़पन.

समझदार होते ही
लिपट गई उस से
जिम्मेदारियां और खालीपन.
अपर्णा शर्मा
Nov.19th,24

(अंतर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस पर)

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