प्रथम प्रेम

मुस्कराते चेहरे पर
आँखों में नमी
मचलते कदमों पर
पंख सी उड़ान है
प्रथम प्रेम.
https://ae-pal.com/
उमस भरी गर्मी में
मन मानो शरबती
खसखस पर पानी की
ठंडी बयार है
प्रथम प्रेम.

अंधेरी घनेरी रातों में
ओस का मधुर स्पर्श
दुग्ध सी श्वेत चांदनी का
उज्ज्वल प्रकाश है
प्रथम प्रेम.
https://ae-pal.com/
जल सा निर्मल
काँच सा पारदर्शी
नदी की बहती
शुभ्र धारा है
प्रथम प्रेम.

पुकार उस नाम की
जो कभी कहीं चौका दे
रोए रोए में बसी वो
सिहरन है
प्रथम प्रेम.
https://ae-pal.com/
ईश्वर सा मान कर
साँसों में स्थापित
जीवन की अविरल
आत्मा है
प्रथम प्रेम.
अपर्णा शर्मा June21st,24

2 thoughts on “प्रथम प्रेम

Add yours

Leave a comment

Blog at WordPress.com.

Up ↑