मानव

पंचतत्व से बना शरीर, ऐसा ही ,सुनता आया 
भूमि,अग्नि,गगन,वायु और जल से बनता आया।
https://ae-pal.com/
कोमल प्रकृति से निर्मित हो,क्षण भंगुर सी,होती जब काया
सौम्य सी काया में, फिर प्रस्तर ह्रदय क्यूं कर आया?
अपर्णा शर्मा
Dec.24th,24

Blog at WordPress.com.

Up ↑