मानव

पंचतत्व से बना शरीर, ऐसा ही ,सुनता आया 
भूमि,अग्नि,गगन,वायु और जल से बनता आया।
https://ae-pal.com/
कोमल प्रकृति से निर्मित हो,क्षण भंगुर सी,होती जब काया
सौम्य सी काया में, फिर प्रस्तर ह्रदय क्यूं कर आया?
अपर्णा शर्मा
Dec.24th,24

मानव

अद्भुत तत्वों का मिश्रण मानव देह कहलाया,जिसमें अवनी,अग्नि,अंबर समीर और नीर समाया।

https://ae-pal.com/
आलौकिकता से भरा संसार लौकिकता लोलुप हुआ,इस सबमें भरमाया मानव पत्थर की मूर्त हुआ।
अपर्णा शर्मा
July 18th,23

Blog at WordPress.com.

Up ↑