इंसानो पर हमने खूब नज़र रखी,सम्भल सम्भल कर हर बात रखी।
https://ae-pal.com/
मुखबरी करी तो करी इन नजरों ने,जो हमेशा सिर पर सजा कर रखी।
अपर्णा शर्मा
Sept. 23rd,25
विरले (दुर्लभ)
वक़्त के बदलते ही अक्स बदल जाते हैं
अक्स के बदलते ही आईने बदलते हैं।
https://ae-pal.com/
बदलते वक़्त में विरले ही होते है इस जहाँ में
जो कभी अक्स और आईने नहीं बदलते हैं।
अपर्णा शर्मा
Sept.16th,25
वक़्त
मैंने पूछा वक़्त से, तू इतना भागता है क्यूं ?
https://ae-pal.com/
वो बोला, तेरा वक़्त बदल जाए, बस यूँ।
अपर्णा शर्मा
Sept.9th,25
