खुशी

खुशियों की चाह में जोड़ ली दुनिया भर की वस्तुएँ
सुख को खोजा तो खाली मिले हर किसी के बटुएँ।
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किसी ने भौतिकता को सुख समझने की भूल कर दी
किसी ने खुशियाँ बाँट कर, कमा ली सुख की दुआएं।
अपर्णा शर्मा
Nov.26th,24

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