एहसास

मन में गहरे दबे भाव
बंद हवा से एहसास
कभी शब्द न पा सके
घुट गए साँस दर साँस।
https://ae-pal.com/
कभी झूठ से छिप गए
पाबंदी में जकड़ते गए
बेपर्दा होने को मचलते
एहसास फिर दिख गए।
https://ae-pal.com/
खुल कर कभी बिखरे जो
मंज़िल पा कर ही रहे वो
गर एहसास रोक लिए
घुटन की शक्ल में दिखे वो।
अपर्णा शर्मा
August15th,25

Blog at WordPress.com.

Up ↑