रास्ते और इंतजार अंतहीन ही रहे
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सवाल खुद ब खुद जवाब बन रहे ।
अपर्णा शर्मा
July 4th, 23
रास्ते और इंतजार अंतहीन ही रहे
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सवाल खुद ब खुद जवाब बन रहे ।
अपर्णा शर्मा
July 4th, 23
नजरअंदाज करना बात को, ये कोई अंदाज नहीं
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बस नाराज न हो जिंदगी, ये लिहाज ही सही।
अपर्णा शर्मा
June 27th, 23
गाँव के दरवाजों पर ,सुर्ख सी आँखे बाट जोहती https://ae-pal.com/
इन में आज भी कहीं ,आस के झिलमिलाते मोती ।
अपर्णा शर्मा
June 20th, 23